रविवार, 16 मई 2010

बीवी हो तो ऐसी

उन्हें,
ऐसी बीवी की तलाश थी,
शिक्षित भी हो
गृह कार्य में दक्ष हो
बहुत तलाशा
मगर कहीं फिट
नहीं पाशा,
अचानक कहीं से
एक प्रस्ताव आया
तत्काल वहां जाने का
प्रोग्राम बनाया
देखते ही लड़की भा गई
इतने में ही
लड़की की माँ आ गई
बोलीं
घर का सब काम काज कर लेती है,
पढाया भी काफी है,
रामायण पढ़ कर,
महाभारत कर लेती है । -विजय गुप्ता 'अभय'

5 टिप्‍पणियां:

M VERMA ने कहा…

रामायण की किसको पड़ी है. महाभारत ही करवाना है.
मजेदार .. मस्त

निर्झर'नीर ने कहा…

lol exceelent

maja aa gaya ..

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

ramayan padhkar mahabharat kar leti hai.......kya baat hai!! waise aajkal ki saari bahu aisee hai hai dost!! isliye chat mangni patt vyah kar le...:)

मुकेश कुमार सिन्हा ने कहा…

ramayan padhkar mahabharat kar leti hai.......kya baat hai!! waise aajkal ki saari bahu aisee hai hai dost!! isliye chat mangni patt vyah kar le...:)

वन्दना महतो ! (Bandana Mahto) ने कहा…

ओह! बेहद रोचक..... मजा आ गया पढ़ आकर....