शुक्रवार, 21 नवंबर 2008

"दहेज़"



अगर दुल्हन ही दहेज़ है,
ये रास्ता
काँटों की सेज है
ऐसे मे अगर दुल्हन
शिक्षित और प्रशिक्षित भी हो,
तो निश्चित ही जिंदगी का कोई मोड़
उसे सर्विस तक ले जाएगा
जानते हो !
तब दहेज़
किश्तों मे वसूला जायेगा ।

विजय गुप्ता 'अभय'

मंगलवार, 21 अक्तूबर 2008

आदमी

सोना जब
भट्टी मे तपता है
कुन्दन बनता है ,
और जब कसौटी
पर खरा उतरता है
उसका सही दाम लगता है
वाह रे !
मेरे देश ; यहाँ
जब कोई इंसान
तप कर
हर कसौटी पर
खरा उतरता है
वैज्ञानिक,साहित्यकार
समाजसेवी
यह कहो
कुछ न कुछ बनता है
कौडियों के दाम बिकता है ।

विजय गुप्ता 'अभय '